Wo Doston Ki Mehfil, Vo Muskratey Pal,
Dil Se Judaa Nahi Apnaa Beetaa Hua Kal,
Kabhi Zindgi Guzrti Thi Waqt Bitane Mein,
Aaj Wqt Guzarta Hai Zindgi Bitane Mein.
वो हमारी महफिल मे आऐ..
आ कर हमसे बात नही की..
दिल को युँ लगा..
हमसे कुछ छुपाऐ बैठे है..
कसम प्यार की हमसे रहा ना गया..
करीब जा के देखा तो..
महंदी किसी ओर के नाम की लगाऐ बैठें है