जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन क्यूंकि,
एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले !
Kaun kehta hai hum uske bina mar jaayenge,
Him to dariya hain, samundar me utar jaayenge,
Aap taras jaayenge pyar ki ek ek bund ke liye,
Hum to baadal hai pyar ke kisi aur par baras jaayenge
तुझे तो हमारी मोहब्बत ने मशहूर कर दिया बेवफ़ा ,
वरना तू सुर्खियों में रहे तेरी इतनी औकात नहीं!
Tum Zindagi me aa to gaye ho, Magar Khayal Rakhna
Hum ‘Jaan’ de dete hai ,Par ‘Jaane’ nahi dete
Hum wo baadal nahi jo garaz kar chale jaaye hume to barsana aata,
Aur logo ko hamari yaad mei tarshana aata hai
शायरी का बादशाह हुं और कलम मेरी रानी,
अल्फाज़ मेरे गुलाम है, बाकी रब की महेरबानी ।
तेवर तो हम वक्त आने पे दिखायेंगे ,
शहेर तुम खरीदलो उस पर हुकुमत हम चलायेंगे…!
माना की तेरी एक आवाज से
भीड हो जाती हे ,
…..लेकिन हम भी आहिर हे ,
हमारी एक ललकार से पूरी भीड़
बिखर जाती हे ।।
कुत्ते भोंकते हे अपना वजूद बनाये रखने के लिये ,
और लोगो की खामोशी हमारी मौजूदगी बया करती हे
गोलिओ के व्यापारी है हम इसलिये हमें धोडा कभी मत दिखाना,
क्योंकि जब ट्रीगर दबाओगे तो गोली बाहर आते ही पहले हमे सलाम ठोकेगी..
बारुद जैसी है मेरी शक्शीयत,
जहा से गुजरता हुं, लोग जलना शुरु कर देते हैं
Kab tak wo mera hone se inkaar karega,
Khud tut kar wo ik din mjse pyaar karega,
Ishq ki aag me main usko itna jala dungi,
Ki izhaar wo mjse sar-e-bajaar karega
तू बेशक अपनी महफ़िल में मुझे बदनाम करती हैं,
लेकिन तुझे अंदाज़ा भी नहीं कि वो लोग भी मेरे पैर छुते है,
जिन्हें तू भरी महफ़िल में सलाम करती है
Mujhe Bheek Ki Khushiyan Pasand Nahin,
Main Jeeta Hun Apne Ghaamo Mein Nawabo Ki Tarha