छुपा लूंगा तुझे इसतरह से बाहों में,
हवा भी गुज़रने के लिए इज़ाज़त मांगे,
हो जाऊं तेरे इश्क़ में मदहोश इस तरह,
कि होश भी वापस आने के इज़ाज़त मांगे
Usne kaha mat dekh mere sapne mujhe pane ki teri aukat ni,
maine bhi has kar kha,
pagli aana hai to aja mere sapno me haqiqat me aane ki teri aukat ni
आदते बुरी नहीं, शौक ऊँचे हैं,
वर्ना किसी ख्वाब की इतनी औकात नही कि,
हम देखे और पूरा ना हो।
इतना भी गुमान न कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर,
शहर में तेरे जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं।
Apni Shakhsiyat Ki Kya Misaal Du Yaro Na Jane Kitne MashHoor Ho Gaye Mujhe Badnaam Karte Karte.
कोशिश यही रहती है कि हमसे कभी कोई रूठे ना,
मगर नजर अंदाज करने वालो को पलट कर हम भी नही देखते।
चमक सूरज की नहीं मेरे किरदार की है,
बर ये आसमाँ के अखबार की है,
मैं चलूँ तो मेरे संग कारवाँ चले,
बात गुरूर की नहीं, ऐतबार की है।
बेवक़्त, बेवजह, बेहिसाब मुस्कुरा देता हूँ, आधे दुश्मनो को तो यूँ ही हरा देता हूँ।