Glance through our Shayari Section and find the perfect Shayari to share on your social media account or to dedicate it to your near and dear ones. We have a wide range of heart touching Shayaris that are true to one’s feelings or emotions.
इस बारिश के मौसम में अजीब सी कशिश है !!
ना चाहते हुए भी कोई शिदत से याद आता है !!
कभी बेपनाह बरस पडी,कभी गुम सी है !!
यह बारिश भी कुछ – कुछ तुम सी है !!
कही फिसल ना जाओ,
ज़रा संभल के रहना
मौसम बारिश का भी है
और मोहब्बत का भी है
मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल,
वरना शौक तो आज भी है बारिश में भीगने का !
रास्तों में सफ़र करने का मज़ा आ जाता है,
जब बारिश का सुहाना मौसम हो जाता है.
सारे इत्रों की खुशबू आज मन्द पड़ गयी,
मिट्टी में बारिश की बूंदे जो चंद पड़ गयी।
सुना है बारिश मे दुआ क़ुबूल होती है
अगर इज़ाज़त हो तो मांग लू तुम्हे
तुझसे अब बात तक करने को तरस गए है हम,
बिन मौसम हुई बारिश की तरह बरस गए है हम।।
याद आई वो पहली बारिश
जब तुझे एक नज़र देखा था
चांद से तो हर किसी को प्यार है, मैं खुशनसीब हूं कि चांद को मुझसे प्यार है
इतने घने बादल के पीछे
कितना तन्हा होगा चाँद
कभी तो आसमाँ से चाँद उतरे जाम हो जाए
तुम्हारे नाम की इक ख़ूब-सूरत शाम हो जाए
लोग पूछते हैं कि हम चांद को यूं बार-बार देखते क्यों हैं,
अब उन्हें कौन समझाए की चांद में हमें महबूब नजर आता है।
मेरा और चाँद का मुक़द्दर एक जैसा है,
वो तारो में अकेला मैं हजारो में अकेला।
तुझको देखा तो फिर उसको ना देखा मैंने,
चाँद कहता रह गया मैं चाँद हूँ मैं चाँद हूँ।
आज टूटेगा गुरूर चाँद का तुम देखना यारो,
आज मैंने उन्हें छत पर बुला रखा है।
तू चाँद और मैं सितारा होता, आसमान में एक आशियाना हमारा होता,
लोग तुम्हे दूर से देखते,नज़दीक़ से देखने का, हक़ बस हमारा होता..!!
सारी दुनिया सोती है,
जब हमारा जवान जागता है।
अपने परिवार को छोड़, सीमा पर वो खड़ा,
हर सैनिक का दिल. देशभक्ति से भरा ।
सरहद पर एक फौजी अपना वादा निभा रहा हैं,
वो धरती माँ की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा हैं।