अपने किरदार से महकता है इंसान, चरित्र को पवित्र करने का इत्र नही आता
बेपनाह मोहब्बत है,बेपरवाह लोगों से
दोस्त हालात बदलने वाले रखो, हालात के साथ बदलने वाले नहीं!
दुनियाँ तो एक ही है फिर भी सब की अलग अलग है
फ़िक्र उनकी करों जिनकी दुआओं में तुम्हारा जिक्र हो
घमंड किसी का नहीं रहा टूटने से पहले गुल्लक को भी लगता था सारे पैसे उसके है
हम अपने अंदाज में मस्त है जरूरी नहीं की सबको पसंद आ जाए
इंसान तारों को तब देखाता है जब ज़मी पर कुछ खो देता है
इंतजार चाहे कितना भी लम्बा हो बस एकतरफ़ा नहीं होना चाहिए
जो खामोश होता है, वही सब कुछ कह जाता है
खामोश रहना ही बेहतर है, बात तो वेसे भी कोई नहीं समझता
कितना खाली लगता है वो घर, जहां सबके होते हुए भी माँ ना दिखे
मुझे तो सिर्फ तू चाहिए,ना तेरे जैसा ना तुझसे बेहतर
नाम बड़ा हो, तो बदनाम होने में देर नहीं लगती..!
नसीब का प्यार और गरीब की दोस्ती कभी धोखा नहीं देती
निगाहों में वही लोग हैं बसते, जिनके लिए हम तरसते…
शौक की उम्र में सब्र करना सीख गए
वक़्त जरूर बदलता है, मगर सत्य नहीं.
जिंदगी बितानी है, पर तुम बिन नहीं..