Mehfil Bhi Royegi, Har Dil Bhi Royega
महफील भी रोयेगी, हर दिल भी रोयेगा ,
ङुबी जो मेरी कस्ती तो साहील भी रोयेगा ,
हम इतना प्यार बीखेर देगे इस दुनीया मे के,
मेरी मौत पे मेरा कातील भी रोयेगा…!!
One Comment on “Mehfil Bhi Royegi, Har Dil Bhi Royega”
Leave a comment
Who is the poet of this