आपके प्यार की कद्र कोई पराया भी करेगा ,
लेकिन आपके गुस्से की कद्र केवल अपने ही करेंगे ।
दिमाग से पैदल है वो…
मगर दिल की साफ ,
प्यार से तू बोलती है…
और गुस्से में आप ।
दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है ,
होश जब आता है तो वक्त निकल जाता है।
दूसरों पर गुस्सा करना चोट के समान है,
खुद पर गुस्सा करना खुद को तराशने के सामान हैI
गुस्से और आंधी से होने का नुकसान ,
इनके थम जाने के बाद नजर आता है।
गुस्से में भी उसका प्यार दिखता है,
तकलीफ़ भले मुझको दे, दर्द उसको होता है।
गुस्से में जो छोड़ जाये वो वापस आ सकता है,
मुस्कुराकर छोड़कर जाने वाला कभी वापस नहीं आता।
हंसी के पीछे का दर्द और गुस्से के पीछे का प्यार
हर किसी को नजर नही आता है ।
हमारा रूठना-मनाना तो लगा रहता है,
हमारी आंखों में प्यार,
उनके चेहरे पर गुस्सा तो सदा रहता है।
जिन्हें गुस्सा आता है वो लोग सच्चे होते है,
मैंने झूठों को अक्सर मुस्कुराते हुए देखा है।
जिस इंसान को ज्यादा गुस्सा आता है वो इंसान अंदर अच्छा होता है