Zindagi yun hui basar tanha,
qafila sath aur safar tanha,
apne saye se chaunk jate hain,
umr guzri hai is qadar tanha,
raat bhar bolate hain sannate,
raat kate koi kidhar tanha,
din guzarata nahi hai logon mein,
raat hoti nahi basar tanha,
hum ne daravaze tak to dekha tha,
phir na jane gaye kidhar tanha.
इक उर्म हुई मैं तो हंसी भूल चुका हूँ,
तुम अब भी मेरे दिल को दुखाना नही भूले ।
“ये तुमने ठीक कहा है, तुम्हें मिला ना करूं
मगर मुझे ये बता दो कि क्यों उदास हो तुम?”
महदूद हैं दुआएँ मेरे अख्तियार में,
हर साँस हो सुकून की तू सौ बरस जिये!
बहोत अंदर तक जला देती है, वो शिकायतें जो बयाँ नही होती..
अपने होठों से चुन रहा हूँ तुम्हारी सासों की आयतों को,
कि जिसम के इस हसीन काबे पे रूह सजदे बिछा रही है।
गुल से लिपटी हुई तितली को गिराकर देखो,
आँधियों तुमने दरख्तों को गिराया होगा।
“पूछ कर अपनी निगाहों से बता दे मुझको,
मेरी राहों के मुकद्दर में सहर है कि नही..”
बहुत मुश्किल से करता हूँ,
तेरी यादों का कारोबार,
मुनाफा कम है,
पर गुज़ारा हो ही जाता है…
क्यूं इतने लफजो में मुझे चुनते हो,
इतनी ईंटें लगती है क्या एक खयाल दफनाने में?
होंठ झुके जब होंठों पर,
साँस उलझी हो साँसों में,
दो जुड़वा होंठों की, बात कहो आँखों से!
कि गहरी वादियाँ ख़ाली कभी नहीं होतीं,
ये चिलमन बारिशों की भी उठा दूँगा, जब आओगे!
मैंने दबी आवाज़ में पूछा – “मुहब्बत करने लगी हो?”
नज़रें झुका कर वो बोली – “बहुत”
एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद,
दूसरा सपना देखने के हौसले को ‘ज़िंदगी’ कहते हैं!
आज हर ख़ामोशी को मिटा देने का मन है,
जो भी छिपा रखा है मन में लूटा देने का मन है!
सुनो, जब कभी देख लुं तुम को,
तो मुझे महसूस होता है कि दुनिया खूबसूरत है!